कोरोना
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए केंद्र सरकार ने रविवार (22 मार्च) को देश के 75 जिलों में लॉकडाउन का ऐलान किया। इसके साथ ही सभी यात्री रेल सेवाएं, मेट्रो रेल सेवाएं और अंतरराज्यीय बस परिवहन सेवाएं 31 मार्च तक बंद करने का निर्णय लिया गया है। जिन 75 जिलों में कोरोना वायरस के मामले पाए गए हैं, उनमें अनिवार्य को छोड़कर सभी सेवाएं बंद रहेंगी। जिन जिलों में लॉकडाउन की घोषणा की गई है, वे उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल जैसे राज्यों में शामिल हैं।
कैबिनेट सचिव और प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव की सभी राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ रविवार सुबह हुई उच्च स्तरीय बैठक में ये निर्णय लिए गए। बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि कोरोना के बढ़ते असर के मद्देनजर पाबंदियों को बढ़ाना जरूरी है। जिन 75 जिलों के व्यक्तियों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है उनमें संबंधित राज्य सरकारें आदेश जारी कर सुनिश्चित करेंगी कि इन जिलों में अनिवार्य सेवाएं छोड़कर अन्य सभी सेवाएं बंद रहेंगी।
सरकारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, बैठक में कोराना वायरस के मद्देनजर 31 मार्च 2020 तक उपनगरीय रेल सेवाओं सहित सभी ट्रेन सेवाओं को स्थगित करने का निर्णय किया है। हालांकि, मालगाड़ियों को इससे अलग रखा गया है। इसके अलावा 31 मार्च तक सभी मेट्रो सेवाओं को स्थगित करने का भी निर्णय किया गया। इसमें कहा गया है कि राज्य सरकारों से उन 75 जिलों में केवल आवश्यक सेवाओं का ही परिचालन किए जाने का आदेश जारी करने को कहा है जहां कोविड-19 के पुष्ट मामले सामने आए हैं या जहां इससे लोगों की मृत्यु हुई है।
बैठक में विस्तृत चर्चा के बाद राज्य सरकारों को सुझाव दिया गया है कि वे उन 75 जिलों में केवल आवश्यक सेवाओं का ही परिचालन किए जाने के संबंध में उपयुक्त आदेश जारी करें जहां जहां कोविड-19 के पुष्ट मामले सामने आए हैं। राज्य सरकारें समीक्षा के बाद इस सूची को बढ़ा भी सकते हैं। बैठक में यह भी निर्णय किया गया कि 31 मार्च 2020 तक सभी यात्री परिवहन सेवाएं स्थगित रहेंगी। इसमें यह तय किया गया कि गैर जरूरी यात्री परिवहन गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया जाए।
रेलवे ने 22 मार्च से 31 मार्च तक सभी यात्री सेवाएं बंद कीं
वहीं, रेलवे ने अप्रत्याशित कदम उठाते हुए अपनी सभी यात्री सेवाएं 22 मार्च की आधी रात से 31 मार्च की आधी रात तक बंद रखने की रविवार (22 मार्च) को घोषणा की। रेलवे ने कहा कि इस अवधि में केवल मालगाड़ियां चलेंगी। रेलवे ने अपनी कई ट्रेनें रद्द करके शुक्रवार को ही अपनी सेवाओं में कटौती कर दी थी, लेकिन उसने उन ट्रेनों को यात्रा जारी रखने की अनुमति दे दी थी जो पहले ही अपनी यात्रा शुरू कर चुकी थीं। रेलवे के नए आदेश के अनुसार 22 मार्च की आधी रात से 31 मार्च की आधी रात तक केवल मालगाड़ियां चलेंगी। भारतीय रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा, ''बेहद न्यूनतम उपनगरीय सेवाएं और कोलकाता मेट्रो रेल सेवा 22 मार्च की आधी रात तक जारी रहेगी। इसके बाद ये सेवाएं भी 31 मार्च की आधी रात तक बंद रहेंगी।"
दुनिया भर में 13, 000 से ज्यादा मौत, एक अरब की आबादी घर में बंद
भारत सहित दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने लिए रविवार (22 मार्च) को करीब एक अरब लोग घरों में बंद रहे। वहीं घातक संक्रमण से मरन वालों की तादाद बढ़कर 13, 000 के पार पहुंच गई है। सबसे बुरी तरह से प्रभावित इटली में कारखाने बंद कर दिए गए हैं। इस महामारी के कारण दुनिया के करीब 35 मुल्कों ने बंद (लॉकडाउन) किया है, जिससे जनजीवन, यात्रा और कारोबार प्रभावित हुए है। वहीं सरकारें सीमाएं बंद करने को लेकर जद्दोजहद कर रही हैं और वायरस की वजह से आर्थिक मंदी से बचने के लिए आपातकालीन उपायों में अरब डॉलर लगा रही हैं। दुनिया में तीन लाख से ज्यादा लोगों के संक्रमित में होने की पुष्टि हुई है।
कोरोना पर केंद्र सरकार का बड़ा फैसला, देश के 75 जिलों में लॉकडाउन
Sunday, March 22, 2020
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कैबिनेट सचिव और प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव की सभी राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ रविवार सुबह हुई उच्च स्तरीय बैठक में ये निर्णय लिए गए। बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि कोरोना के बढ़ते असर के मद्देनजर पाबंदियों को बढ़ाना जरूरी है। जिन 75 जिलों के व्यक्तियों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है उनमें संबंधित राज्य सरकारें आदेश जारी कर सुनिश्चित करेंगी कि इन जिलों में अनिवार्य सेवाएं छोड़कर अन्य सभी सेवाएं बंद रहेंगी।
सरकारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, बैठक में कोराना वायरस के मद्देनजर 31 मार्च 2020 तक उपनगरीय रेल सेवाओं सहित सभी ट्रेन सेवाओं को स्थगित करने का निर्णय किया है। हालांकि, मालगाड़ियों को इससे अलग रखा गया है। इसके अलावा 31 मार्च तक सभी मेट्रो सेवाओं को स्थगित करने का भी निर्णय किया गया। इसमें कहा गया है कि राज्य सरकारों से उन 75 जिलों में केवल आवश्यक सेवाओं का ही परिचालन किए जाने का आदेश जारी करने को कहा है जहां कोविड-19 के पुष्ट मामले सामने आए हैं या जहां इससे लोगों की मृत्यु हुई है।
बैठक में विस्तृत चर्चा के बाद राज्य सरकारों को सुझाव दिया गया है कि वे उन 75 जिलों में केवल आवश्यक सेवाओं का ही परिचालन किए जाने के संबंध में उपयुक्त आदेश जारी करें जहां जहां कोविड-19 के पुष्ट मामले सामने आए हैं। राज्य सरकारें समीक्षा के बाद इस सूची को बढ़ा भी सकते हैं। बैठक में यह भी निर्णय किया गया कि 31 मार्च 2020 तक सभी यात्री परिवहन सेवाएं स्थगित रहेंगी। इसमें यह तय किया गया कि गैर जरूरी यात्री परिवहन गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया जाए।
रेलवे ने 22 मार्च से 31 मार्च तक सभी यात्री सेवाएं बंद कीं
वहीं, रेलवे ने अप्रत्याशित कदम उठाते हुए अपनी सभी यात्री सेवाएं 22 मार्च की आधी रात से 31 मार्च की आधी रात तक बंद रखने की रविवार (22 मार्च) को घोषणा की। रेलवे ने कहा कि इस अवधि में केवल मालगाड़ियां चलेंगी। रेलवे ने अपनी कई ट्रेनें रद्द करके शुक्रवार को ही अपनी सेवाओं में कटौती कर दी थी, लेकिन उसने उन ट्रेनों को यात्रा जारी रखने की अनुमति दे दी थी जो पहले ही अपनी यात्रा शुरू कर चुकी थीं। रेलवे के नए आदेश के अनुसार 22 मार्च की आधी रात से 31 मार्च की आधी रात तक केवल मालगाड़ियां चलेंगी। भारतीय रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा, ''बेहद न्यूनतम उपनगरीय सेवाएं और कोलकाता मेट्रो रेल सेवा 22 मार्च की आधी रात तक जारी रहेगी। इसके बाद ये सेवाएं भी 31 मार्च की आधी रात तक बंद रहेंगी।"
दुनिया भर में 13, 000 से ज्यादा मौत, एक अरब की आबादी घर में बंद
भारत सहित दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने लिए रविवार (22 मार्च) को करीब एक अरब लोग घरों में बंद रहे। वहीं घातक संक्रमण से मरन वालों की तादाद बढ़कर 13, 000 के पार पहुंच गई है। सबसे बुरी तरह से प्रभावित इटली में कारखाने बंद कर दिए गए हैं। इस महामारी के कारण दुनिया के करीब 35 मुल्कों ने बंद (लॉकडाउन) किया है, जिससे जनजीवन, यात्रा और कारोबार प्रभावित हुए है। वहीं सरकारें सीमाएं बंद करने को लेकर जद्दोजहद कर रही हैं और वायरस की वजह से आर्थिक मंदी से बचने के लिए आपातकालीन उपायों में अरब डॉलर लगा रही हैं। दुनिया में तीन लाख से ज्यादा लोगों के संक्रमित में होने की पुष्टि हुई है।
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